व्याकरण

व्याकरण

प्रत्येक भाषा का अपना व्याकरण होता है इसी से भाषा की शुद्धता और शुद्धता का निर्धारण किया जाता है इसलिए हम कह सकते हैं कि

भाषा को शुद्ध शुद्ध बोल लिखने का कार्य व्याकरण करता है व्याकरण की भाषा की शुद्धता शुद्धता परखने की कसौटी है|

इस प्रकार जिस भाषा का जितना समृद्धि व्याकरण होगा वह भाषा उतनी ही अधिक समृद्ध होगी|

  1. भाषा व्यक्ति के भाव के आदान प्रदान का साधन है|
  2. भाषा दो प्रकार की होती है मौखिक तथा लिखित|
  3. मौखिक – इसमें सुनना और बोलना क्रियाएं आती हैं|
  4. लिखित – इसमें पढ़ना और लिखना क्रियाएं आती हैं|
  5. लिपि – भाषा को लिखने का ढंग लिपि कहलाता है|
  6. हिंदी भाषा भारत की राजभाषा है|
  7. प्रत्येक 14 सितंबर को हम हिंदी दिवस मनाते हैं|
  8. व्याकरण – भाषा को शुद्ध शुद्ध लिखना व्याकरण के ज्ञान से ही संभव है

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