29 July 2025

मंगलवार, 29 जुलाई 2025
उत्सव: नाग पंचमी – नाग देवताओं की पूजा और संस्कार का विशेष दिन

संक्षिप्त पंचांग:

तिथि: श्रावण शुक्ल पंचमी

वार: मंगलवार

राहुकाल: दोपहर 3:34 – 5:10 बजे तक

गीता से श्लोक:

“योगस्थः कुरु कर्माणि सङ्गं त्यक्त्वा धनंजय।
सिद्ध्यसिद्ध्योः समो भूत्वा समत्वं योग उच्यते॥” (गीता 2.48)

भावार्थ:
योग की स्थिति में रहकर, बिना फल की इच्छा और भय के, आचरण करो — ऐसे मनुष्य को योग (समत्व) मिलता है।

नीति शास्त्र से श्लोक:

“उपदेशो गुरु गोत्राणि पितृधर्मो गुरुकुलं तथा।
यतोऽस्माभिः पितृदेवास्तत्र साधुस्तत्र मनुष्यः॥”
(नीति शास्त्र)

भावार्थ:
जिस साधु ने गुरु-गोत्र, पिता-धर्म व गुरुकुल को आदर से अपनाया — वही सच्चा मानव कहलाता है।

वेद से श्लोक (ऋग्वेद):

“आ नो भद्राः क्रतवो यन्तु विश्वतः।” (ऋग्वेद 1.89.1)

भावार्थ:
सभी दिशाओं से शुभ विचार आएं और हमारे जीवन की राह सकारात्मक बने।

दार्शनिक विचार:

“Strength does not come from physical capacity. It comes from an indomitable will.”
— Mahatma Gandhi

भावार्थ:
शारीरिक क्षमता सीमित है — लेकिन अडिग इच्छा शक्ति असीमित बदलाव ला सकती है।

आज का स्लोगन:

“Pray with faith, act with courage.”
“भक्ति से प्रार्थना करो, साहस से कर्म करो।”

आत्मिक संदेश:

नाग पंचमी के पावन दिन यह संदेश हमें सिखाता है कि
भय के सामने श्रद्धा, अज्ञान के सामने ज्ञान, और आस्था के सामने असंभव भी संभव होता है।
आज से, अपने कर्मों में भक्तिमय दृढ़ता लाएँ, विचारों में ज्ञान की रोशनी जगाएँ।




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