August 10, 2022 in Stories
एक सेवक ने अपने गुरू को अरदास की कि, जी मैं सत्सँग भी सुनता हूँ, सेवा भी करता हूँ, मग़र फिर भी मुझे कोई फल नहीं मिला!
एक सेवक ने अपने गुरू को अरदास की कि, जी मैं सत्सँग भी सुनता हूँ, सेवा भी करता हूँ, मग़र फिर भी मुझे कोई फल नहीं मिला! सतगुरु ने प्यार से पूछा, बेटा तुम्हे क्या चाहिए?सेवक बोला, मैं तो बहुत ही ग़रीब हूँ दाता!सतगुरु ने हँस कर पूछा, बेटा तुम्हें कितने पैसों की ज़रूरत है? […]






