हिमाचल प्रदेश में 5 प्रसिद्ध शक्तिपीठ मंदिर हैं: ज्वालाजी, चिंतपूर्णी, नैना देवी, ब्रजेश्वरी देवी और चामुंडा देवी. इन मंदिरों में से प्रत्येक का अपना खास इतिहास, किंवदंती और धार्मिक महत्व है. इन मंदिरों में हर साल लाखों श्रद्धालु देवी की पूजा करने और उनके चमत्कारों का अनुभव करने आते हैं.
इन मंदिरों के बारे में विस्तार से:
- ज्वालाजी:यह मंदिर मां ज्वाला देवी को समर्पित है, जो 51 शक्तिपीठों में से एक है. मान्यता है कि यहां देवी सती की जीवा गिरी थी और तब से यहां ज्वाला के रूप में मां विराजमान हैं. यह मंदिर अन्य मंदिरों से अलग है क्योंकि यहां माता की कोई प्रतिमा या पिंडी नहीं है.
- चिंतपूर्णी:यह मंदिर मां चिंतपूर्णी देवी को समर्पित है, जो एक प्रमुख शक्तिपीठ है.
- नैना देवी:यह मंदिर मां नैना देवी को समर्पित है, जो शक्तिपीठों में से एक है. यह मंदिर उस स्थान पर बना है जहां देवी सती की आंखें गिरी थीं.
- ब्रजेश्वरी देवी:यह मंदिर मां ब्रजेश्वरी देवी को समर्पित है, जो 51 शक्तिपीठों में से एक है.
- चामुंडा देवी:यह मंदिर मां चामुंडा देवी को समर्पित है, जो कांगड़ा जिले में स्थित है.
इन मंदिरों में पहुंचने का तरीका:
- सड़क मार्ग: इन मंदिरों में पहुंचने के लिए बस, टैक्सी या निजी वाहन उपलब्ध हैं.
- रेल मार्ग: निकटतम रेलवे स्टेशन जोगिंदर नगर है.
- हवाई मार्ग: निकटतम हवाई अड्डा भुंतर है.
यात्रा का सबसे अच्छा समय:
- अप्रैल से जून: यह समय मंदिरों की यात्रा के लिए सबसे अच्छा माना जाता है.