December 16, 2025 in Technology
किंडल में आएगा नया एआई फीचर एआई आधारित कोडिंग स्टार्टअप कर्सर ने नया टूल विजुअल एडिटर लॉन्च किया है। यह टूल वाइब कोडिंग की तर्ज पर काम करता है, जहां यूजर साधारण भाषा में निर्देश देकर डिजाइन कर सकते हैं। विजुअल एडिटर में यूजर एआई एजेंट को बता सकते हैं कि वे किस तरह का […]
December 16, 2025 in Technology
एक्स ने नए विजेट्स लॉन्च किए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स ने अपने आईओएस ऐप के लिए विजेट्स लॉन्च कर दिए। इसे अब आईफोन और आईपैड यूजर के लिए उपलब्ध कराया गया। एक्स ने दो तरह के विजेट्स जोड़े। होम स्क्रीन विजेट न्यूज हाईलाइट्स यूजर को ट्रेंडिंग हेडलाइंस की झलक दिखाएगा और इसे तीन अलग-अलग साइज […]
December 16, 2025 in News
अमेरिका के वैज्ञानिकों न बाल के बराबर चिप बनाई वॉशिंगटन, एजेंसी। वैज्ञानिकों ने दिमाग में लगने वाली एक बेहद छोटी चिप बनाई है। यह दिमाग के संकेत को तेजी से पढ़ती है और बिना तार के कंप्यूटर के जरिए काम करती है। अमेरिका के स्टैनफोर्ड और पेंसिल्वेनिया विश्वविद्यालय वैज्ञानिकों ने इस चिप को बनाया है। […]
December 16, 2025 in Over Heated
सौ अमेरिकी बच्चों का पिता बना चीनी बीजिंग, एजेंसी। चीन से चौंकाने वाला मामला सामने आया है। चीन के 48 वर्षीय अरबपति शू बो पर आरोप हैं कि उन्होंने अमेरिका में सरोगेसी (किराए की कोख) के जरिए 100 से ज्यादा बच्चे पैदा किए। शू बो ऑनलाइन गेमिंग कंपनी दुओयी के संस्थापक हैं। यह मामला हाल […]
December 16, 2025 in Commentator
सरदार पटेल का जाना सरदार पटेल हमारे बीच में नहीं रहे। उनकी बीमारी के समाचारों पर सारा देश चिन्ताकुल था। करोड़ों हृदय उनके स्वास्थ्य लाभ और दीर्घायुष्य के लिए प्रार्थना कर रहे थे। किन्तु विधाता ने देश की प्रार्थना को नहीं सुना और सरदार पटेल को हमसे छीन लिया। जिस समय देश को उनकी सबसे […]
December 16, 2025 in Spritual
विश्वास भी विलगाता है क्या विश्वास (आस्था) की स्वीकृति से हम स्वयं को समझ पाते हैं? होता ठीक इसके विपरीत है। विश्वास चाहे धार्मिक हो या राजनीतिक, स्वयं को समझने में बाधक बनता है। वह एक ऐसे आवरण का कार्य करता है, जिससे हम खुद को देखते हैं। तो क्या हम बिना विश्वास के अपने […]
December 16, 2025 in Spritual
आत्मज्ञान ही वास्तविक धन महर्षि याज्ञवल्क्य की दो पत्नियां थीं- मैत्रेयी और कात्यायनी। मैत्रेयी पतिभक्त और शुद्ध आचार-विचार वाली थी। सत्य और अहिंसा को ही अपना धर्म मानती थी। मृदु भाषण और मृदु व्यवहार भी करती थी। कात्यायनी अपने सुख को ही सर्वोपरि मानती थी। पति को तो मानती थी, पर पति के विचारों के […]
December 16, 2025 in Spritual
भला करोगे तो ही अच्छा फल मिलेगा विचार भगवान क्षमा के सागर हैं। यह मनुष्यों को अपनी गलती को सुधारने का मौका जरूर देते हैं, परंतु मनुष्य अपने अहकार में इतना चूर होता है कि वह सारे अवसरों को गवा देता है। कभी-कभी वह भगवान को भी खरीदने का प्रयन करता है। एक प्रकार से […]