December 26, 2022 in Stories
जितनी अधिक इच्छा, उतनी ही अधिक मन में अशान्ति….
जितनी अधिक इच्छा, उतनी ही अधिक मन में अशान्ति…. हमेशा याद रहे,चाहे कितना भी धन इकट्ठा कमा करके रख लो, दरिद्रता नहीं मिटती और चाहे कितने ही बड़े पदों पर पहुंँच जाओ, हीन भाव नष्ट नहीं होता।इसलिए कि दरिद्रता भीतर है और धन बाहर है। हीन भाव भीतर है और पद बाहर है। दोनों का […]






