December 5, 2025 in Spritual
The Simple Essence of Sin and Virtue
पाप-पुण्य का सरल सार साधना की वास्तविक उपलब्धि क्या है? महाप्रभु चैतन्य ने रागात्मिका भक्ति की महिमा बताते हुए कहा है कि यदि कोई व्यक्ति पापी भी हो, पर भगवान से अटूट प्रेम करे और उनका निरंतर स्मरण करे, तो वह संसार के बंधनों और पुराने संस्कारों से मुक्त होकर अंततः परम सत्ता में एक […]






