नियोक्ताओं का पक्ष ज्यादा मजबूत श्रम कानूनों का मूल उद्देश्य उन कमजोर व्यक्तियों की रक्षा करना होता है, जो अपने नियोक्ताओं के साथ सौदेबाजी नहीं कर पाते, जिस कारण उनकी कार्य-स्थिति अच्छी नहीं होती। मगर यहां तो ऐसे कानून बना दिए गए हैं, जो कर्मचारियों के नहीं, बल्कि नियोक्ताओं के पक्ष में हैं। कहना गलत […]
Where is the obstacle?
November 30, 2025 in Commentator
Where is the obstacle?
रुकावट कहां है स्वतंत्रता-प्राप्ति के साथ हमारे देश का भारत और पाकिस्तान के रूप में जो विभाजन हुआ, वह एक दुखदाई स्मृति है और उसकी पुश्त में जो घटनाएं एवं मनोभावनाएं रहीं, हमें संखेद मानना पड़ता है, उनकी प्रतिक्रिया का अब भी अन्त नहीं हुआ है। यही कारण है कि पृथक और स्वतंत्र देश बन […]
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November 29, 2025 in Commentator
Don’t insult the integrity of employees.
कर्मचारियों की निष्ठा का अपमान न करें लंबे समय से देश में फर्जी मतदान का ढिंढोरा पीटकर कुछ राजनीतिक दल अपनी हार का कारण कभी ईवीएम को बताते रहे, तो कभी प्रशासनिक अधिकारियों व कर्मचारियों को, जबकि इन्हीं अधिकारियों की कर्मठता से निष्पक्ष चुनाव संपन्न हो पाते हैं। मतदाता सूची में गड़बड़ी के आरोपों पर […]
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November 28, 2025 in Commentator
The bloodshed must be stopped.
रक्तपात बन्द किया जाये विचारशील लोगों का यह ख्याल बनता जा रहा है कि कोरिया में अनावश्यक तौर पर रक्तपात को जारी रखा जा रहा है, जबकि उसे बन्द करके शांतिपूर्ण तरीकों से समस्या को हल किया जा सकता है। अमरीका संयुक्त राष्ट्र संघ के नाम पर कोरिया में जिस नीति का अनुसरण कर रहा […]
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November 26, 2025 in Commentator
New Labor Laws Instill Confidence
भरोसा जगा रहे नए श्रम कानून एक लंबे इंतजार के बाद देश के श्रम कानूनों में बदलाव किया गया है, जो कई तरह से ऐतिहासिक है। इसकी मांग दशकों से की जा रही थी। पुराने 29 अथ कानूनों को अब इतिहास बनाते हुए उनकी जगह 21 नवंबा से देश में चार नए श्रम फोड लागू […]
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November 26, 2025 in Commentator
Employers’ Side Stronger
नियोक्ताओं का पक्ष ज्यादा मजबूत श्रम कानूनों का मूल उद्देश्य उन कमजोर व्यक्तियों की रक्षा करना होता है, जो अपने नियोक्ताओं के साथ सौदेबाजी नहीं कर पाते, जिस कारण उनकी कार्य-स्थिति अच्छी नहीं होती। मगर यहां तो ऐसे कानून बना दिए गए हैं, जो कर्मचारियों के नहीं, बल्कि नियोक्ताओं के पक्ष में हैं। कहना गलत […]
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November 26, 2025 in Commentator
Weekly Film
साप्ताहिक चलचित्र भारत के दो पड़ोसी देशों नेपाल तथा तिब्बत की स्थिति पूर्ववत चिन्ताजनक’ बनी हुई है। यद्यपि राणा सरकार ने अपनी सैनिक शक्ति से फिलहाल पासा पलट दिया है और नेपाली कांग्रेस को बीरगंज से हटना पड़ा है किन्तु इसका यह अर्थ नहीं कि नेपाली कांग्रेस नेपाली जनता का समर्थन खो चुकी है। वास्तविकता […]
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November 23, 2025 in Commentator
The tradition of shutting down hookah-paani in Hindi
हिंदी में हुक्का-पानी बंद करने की परंपरा एक नामी साहित्यिक संस्था के साहित्यिक आयोजन का कुछ लेखक संगठनों ने विरोध करते से और खबर बन रहे पर आपको के प्रोगान ज्यों के त्यों चालते रहे। कोई पूछे कि कटक्यों किया, तो जवाब आता है, इसलिए किएक आयोनक आरोपित था। साहित्य में एक बार कर आरोपित […]
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November 23, 2025 in Commentator
A Punishment Driven Purely by Revenge
पूरी तरह बदले की भावना से प्रेरित सजा बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना को वहां के अंतरराष्ट्रीय अपराध न्यायाधिकरण ने फांसी की सजा सुनाई है। आरोप है कि उनके राज में जब हिंसक प्रदर्शन हुए थे, तब बहुत से लोग मारे गए थे और तनाव बढ़ने पर वह ढाका से भागकर भारत आ गई […]
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November 23, 2025 in Commentator
Increase in Customs Duty on Jute
पटसन पर चुंगीवृद्धि पटसन का हमारे निर्यात-व्यापार में प्रमुख स्थान है। पटसन कच्चा तो अन्यत्र भी उपलब्ध हो सकता है, पर व्यवस्थित करके माल बनाने के कारखाने भारत में ही हैं। कुछ विदेशी में कृत्रिम पटसन तैयार किया गया है, लेकिन उसमें असली जैसी संपूर्णता अभी नहीं आई। अतः पटसन या पाट के असली माल […]
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November 22, 2025 in Commentator
Indians in South Africa
दक्षिण अफ्रीका के भारतीय दक्षिण अफ्रीका के भारतीयों को रंग-भेद की चक्की में पीसा जा रहा है। उनका भविष्य सचमुच अन्धकारपूर्ण है। दक्षिण अफ्रीका की सरकार मूल अफ्रीकावासियों, एशियावासियों और गोरों को अलग-अलग प्रादेशिक बस्तियों में बसा देना चाहती है। अपनी इस योजना को कार्यान्वित करने के लिए उसने दक्षिण अफ्रीका की संसद से कानून […]
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