सरलता क्यों जरूरी धार्मिक व्यक्ति वास्तव में वह नहीं है, जो चोंगा या लंगोट पहनता है, दिन में एक बार भोजन करता है, जिसने विधि-निषेध के अनगिनत व्रतले रखे हैं। धार्मिक व्यक्ति वह है, जो अपने अंतर में सरल है, जो कुछ बनने की फिराक में नहीं है। ऐसे मन में असाधारण ग्रहणशीलता होती है, […]
The Milk Problem
November 7, 2025 in Commentator
The Milk Problem
दूध की समस्या कहा जाता है कि पुराने जमाने में भारत में दूध और घी की नदियां बहती थीं। इस कथन को अक्षरशः लेने की आवश्यकता नहीं। इसका अर्थ केवल इतना ही है कि ये पदार्थ हमारे देश में प्रचुर मात्रा में सुलभ थे। आज भी बड़े-बूढ़े इस बात – की गवाही देंगे कि उन्होंने […]
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November 7, 2025 in Commentator
Allegations of vote-stealing are unconvincing.
With no credibility, Rahul Gandhi is out to capitalize on it. If he can provide proof to the Election Commission that the Brazilian model cast her vote at any polling station in the Haryana Assembly elections, then the public will believe him even a little bit. Forget about voting 22 times. Providing this proof is […]
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November 7, 2025 in Commentator
Statistics to warn the public
आम जनता को आगाह करते आंकड़े आपको पता है, डेमोक्रेसी (लोकतंत्र) किसे कहते हैं? जिसमें जनता अपनी *हुकूमत खुद चुने, पर कौन सी जनता ? घर में लेटी जनता नहीं, खेत में काम करती जनता नहीं। फैक्टरी या कंपनी में सिर खपाती जनता नहीं? बिजनेस या फिर कॉल सेंटर में जूझी हुई जनता नहीं। जानते […]
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November 6, 2025 in Commentator
The Death of a World Literature Legend
विश्व साहित्यकार का निधन साहित्य जगत में शायद ही कोई ऐसा व्यक्ति होगा, जिसने साहित्य-सम्राट जार्ज बर्नार्ड शा का नाम न सुना हो, अथवा उनकी रचनाओं का आस्वादन न किया हो। अतः यह समाचार विश्व के सभी देशों में अत्यन्त शोकपूर्वक सुना जायेगा कि पैनी कलम का धनी, एक महान साहित्यकार उनके बीच से उठ […]
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November 6, 2025 in Commentator
Be Flexible Like Bamboo
बांस सा लचीला बनिए जिंदगी के तूफान में टिके रहने के लिए बांस जैसी मानसिकता बहुत जरूरी है। जहां बड़े-बड़े पेड़ आंधियों के आधीन हो जाते हैं, वहीं बांस लचकता हुआ मजे से आंधी को जीत लेता है। बांस का पौधा लगाने के बाद वर्षों तक कोई विकास नहीं दिखाई देता, क्योंकि इसकी जड़ें जमीन […]
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November 6, 2025 in Commentator
Not a Solution
समाधानकारक नहीं तिब्बत पर चीनी आक्रमण के संबंध में भारत-चीन के बीच हुआ पत्र-व्यवहार प्रकाशित हो गया। इस पत्र-व्यवहार को पढ़कर चीनी आक्रमण का औचित्य स्पष्ट नहीं होता, बल्कि चीनी सरकार की यह अहम्मन्यता ही सामने आती है कि अपने कामों के बारे में वह शुभाकांक्षी मित्रों की भी सलाह या आलोचना बर्दाश्त करने को […]
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November 6, 2025 in Commentator
Why Simplicity Is Important
सरलता क्यों जरूरी धार्मिक व्यक्ति वास्तव में वह नहीं है, जो चोंगा या लंगोट पहनता है, दिन में एक बार भोजन करता है, जिसने विधि-निषेध के अनगिनत व्रतले रखे हैं। धार्मिक व्यक्ति वह है, जो अपने अंतर में सरल है, जो कुछ बनने की फिराक में नहीं है। ऐसे मन में असाधारण ग्रहणशीलता होती है, […]
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November 6, 2025 in Commentator
Kerala Shows the Way to Eradicate Poverty
केरल ने गरीबी दूर करने का दिखाया रास्ता केरल की पावन धरती, जहां नारियल के हरे-भरे बागान समुद्र की लहरों का आलिंगन करते हैं और पश्चिमी घाट की पर्वत श्रृंखलाएं मानसून की बूंदों से सराबोर हो जाती हैं, एक ऐसी क्रांति की साक्षी बनी है, जो समूचे भारत को प्रेरणा दे रही है। 1 नवंबर […]
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November 6, 2025 in Commentator
Is this the result of data manipulation?
यह आंकड़ों में हेराफेरी का नतीजा तो नहीं केरल ने भले ही’ अति गरीबी’ से मुक्त होने की घोषणा कर दी है, लेकिन यह कहीं-न-कहीं आंकड़ों की हेराफेरी भी जान पड़ती है। ऐसा इसलिए, क्योंकि विगत 25 अक्तूबर को ही जब यहां के एससी-एसटी कल्याण मंत्री ने वायनाड को ‘अति-गरीबी’ से मुक्त होने की घोषणा […]
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November 3, 2025 in Commentator
Its draft promotes conservatism.
इसका मर मसौदा रूढ़िवाद को बढ़ावा देने वाला हाल में जारी नई श्रम नीति का मसौदा देश के लोकतांत्रिक माहौल के प्रतिकूल है और इसमें मजदूरों की भावनाओं से खिलवाड़ किया गया लग रहा है? नई श्रम नीति का जो मसौदा बनाया गया है, उसे मनुस्मृति के सिद्धांतों के साथ जोड़ा गया है। श्रम के […]
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